उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पूर्व आवासीय वाइट हाउस कहे जाने वाले सरकारी बंगले में तोड़फोड़ करने वालों के नाम बताने पर 11 लाख का इनाम घोषित किया है, दरअसल 5 अगस्त रविवार को अखिलेश यादव ने कभी समाजवादी पार्टी के नेता रहे जनेश्वर मिश्रा की जयंती के कार्यक्रम के दौरान लखनऊ के जनेश्वर पार्क में पहुंचे थे इस कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव अपने समाजवादी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की|
अखिलेश यादव ने इस जयंती कार्यक्रम के दौरान बताया, कि कुछ लोग रात में हथोड़ा तथा कुदाल गए थे जब वह है सरकारी बंगला खाली कर चुके थे उन्होंने मीडिया साथियों से कहा, अगर उनका नाम बता दे, तो वह समाजवादी मिलकर 2-2 हजार रुपए इकट्ठे करके नाम बताने वाले को 11 लाख का इनाम देंगे |बता दें जिस बंगले में तोड़फोड़ हुई थी वह अखिलेश यादव को पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर आवास के लिए प्रदान किया गया था यह सरकारी बंगला सर्वोच्च न्यायालय के आदेशा अनुसार खाली कराया गया था इस खाली कराने के कुछ दिन बाद ही सरकारी बंगले के क्षतिग्रस्त होने की सच्चाई सामने आई थी |
मुख्यमंत्री योगी सरकार पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव बोले, कि भाजपा के उनके ही मंत्री खाली किए बंगले की मांग कर रहे हैं तथा वह राजनाथ व कल्याण सिंह बंगले को नजरअंदाज कर रहे हैं उनको सिर्फ हमारा बंगला ही मन भा रहा है| इससे साफ तौर से यह मालूम होता है कि काम किसने किया है |
हाल ही में कुछ मीडिया हाउस ने अपने कुछ पत्रकारों को निष्कासित किया था तो इस पर अखिलेश यादव ने इस पर BJP सरकार का घेराव किया, उन्होंने कहा कि उनको यह बिल्कुल पसंद नहीं है की उनकी सरकार के खिलाफ कोई पत्रकार उनसे सवाल पूछे, जो भी पत्रकार उनसे सवाल पूछते हैं, उनको निष्कासित कर दिया जाता है तथा भविष्य में भी कोई उनसे सवाल पूछेगा तो उसको भी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा |